Chhattisgarh Deputy CM: OP Choudhary का मुख्यमंत्री नहीं तो डिप्टी सीएम बनना तय? आदिवासी ही नहीं OBC कार्ड खेलने की तैयारी में भाजपा

रायपुर: Chhattisgarh Deputy CM छत्तीसगढ़ के सीएम के नाम के लिए आज मंथन होना है। आज सुबह ही छत्तीसगढ़ भाजपा के ऑब्जर्वर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, अर्जुन मुंडा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम रायपुर पहुंच चुके हैं और दो बजे विधायक दल की बैठक होगी। बैठक में सीएम के नाम पर चर्चा होगी। हालांकि बैठक से पहले ही ये कयास लगाया जा रहा है कि रमन सिंह, विष्णदेव साय या रेणुका सिंह के नाम पर मुहर लगाई जा सकती है। लेकिन दूसरी ओर ये भी कयास लगाया जा रहा है कि ओपी चौधरी को भी सीएम बनाया जा सकता है। इन सब सियासी उ​थल-पुथल के बीच अब डिप्टी सीएम के नाम पर चर्चा होने लगी है। सीएम के नाम साथ-साथ अब लोग ये जानना चाह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम कौन होगा?

Chhattisgarh Deputy CM देखा जाए तो सीएम पद के लिए रमन सिंह, विष्णदेव साय या रेणुका सिंह, अरुण साव और ओपी चौधरी का नाम आगे चल रहा है। लेकिन भाजपा छत्तीसगढ़ में कुछ और ही दांव खेलने की तैयारी कर रही है। भाजपा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ऐसे नेता को प्रदेश की कमान सौंपने वाली है जिसकी केंद्र में तो बखत हो ही प्रदेश में शांत और सौम्य छवि वाला भी हो। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा जातिगत समीकरण को भी देखते हुए मुख्यमंत्री का चुनाव करेगी। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर ओबीसी वर्ग से सीएम बनाया जाता है तो ये तय है कि आदिवासी या सामान्य वर्ग से डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। कहा तो ये भी जा रहा है कि भाजपा इस बार दो डिप्टी सीएम भी बना सकती है। इसके उलट अगर भाजपा आदिवासी सीएम बनाती है तो डिप्टी सीएम सामान्य और ओबीसी वर्ग से होगा।

छत्तीसगढ़ को आदिवासी राज्य के रूप में देखा जाता है, क्योंकि यहां की 32 फीसदी आबादी एसटी कैटेगरी में आती है। वहीं, अगर प्रदेश की आदिवासी सीटों की बात करें तो 29 में से अधिकतर सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। ऐसे में ये दावा किया जा रहा है कि आदिवासी समुदाय से आने वाले बीजेपी नेता विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे है। इसकी एक बड़ी वजह ये भी हे कि गृह मंत्री अमित शाह का बयान है। चुनाव के दौरान अमित शाह ने बस इतना ही कहा था, ‘इनके बारे में मैंने कुछ बड़ा सोचा है।’

डिप्टी सीएम के नामों में बृजमोहन अग्रवाल का नाम भी शामिल है। बृजमोहन अग्रवाल रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट से आठ बार के विधायक हैं। बृजमोहन अग्रवाल, डॉक्टर रमन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। बृजमोहन को रायपुर दक्षिण सीट को बीजेपी के अभेद्य किले में तब्दील करने के लिए श्रेय दिया ही जाता है, इनकी गिनती स्वच्छ छवि के सरल-सहज नेताओं में भी होती है। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री पद की रेस में चर्चा पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी के नाम की भी है। इसकी वजह है चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह का एक बयान। रायगढ़ में अमित शाह ने ओपी चौधरी के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। उन्होंने तब कहा था कि आप ओपी चौधरी को जिता दीजिए, मैं इनको बड़ा आदमी बना दूंगा। अमित शाह के बड़ा आदमी बनाने वाले बयान को लेकर अटकलें हैं कि ये सीएम या डिप्टी सीएम का पद हो सकता है।

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